मन मलिन है ,प्राण व्यथित है ,अब तो पार कीजे। मन मलिन है ,प्राण व्यथित है ,अब तो पार कीजे।
तुम्हारी यादों की आहट, आज भी मेरे मन के, एहसासों से मुझे पुकारती है। तुम्हारी यादों की आहट, आज भी मेरे मन के, एहसासों से मुझे पुकारती है।
सुकून देने वाली, ठंडी हवा ने छुआ हो...! सुकून देने वाली, ठंडी हवा ने छुआ हो...!
सुन रही हूं इन लहरों का शोर, आहिस्ता आहिस्ता खामोश हो रहा ये शोर,।। सुन रही हूं इन लहरों का शोर, आहिस्ता आहिस्ता खामोश हो रहा ये शोर,।।
एक कहानी पीछे छूटी अभी तो कई किस्से है लिखना बाकी। एक कहानी पीछे छूटी अभी तो कई किस्से है लिखना बाकी।
मेरी परछाई...। मेरी परछाई...।